अपने इस पत्र में पवन वर्मा ने नीतीश कुमार को 2012 में हुई मुलाकात की याद दिलाई। पत्र में उन्होंने लिखा, '2012 में जब पटना में मेरी आपसे भेंट हुई थी, उस वक्त औपचारिक तौर पर मैं पार्टी में शामिल भी नहीं हुआ था। आपने मुझसे बीजेपी और आरएसएस की विभाजनकारी नीतियों और कैसे नरेंद्र मोदी देश के भविष्य के लिए उपयुक्त नहीं हैं, इस पर लंबी चर्चा की थी।' इसके साथ ही दिल्ली में बीजेपी के साथ गठबंधन पवन वर्मा ने नीतीश कुमार से कहा कि वह गठबंधन को लेकर अपनी विचारधारा पूरी तरह से स्पष्ट करें।
पवन वर्मा ने अपनी चिट्ठी में नीतीश कुमार से यह भी स्पष्ट करने को कहा था कि एनआरसी और सीएए के मुद्दे पर उनकी क्या राय है। पवन वर्मा की इस चिट्ठी पर नीतीश कुमार ने कहा था कि इसे पत्र नहीं कहते हैं कि ईमेल पर कुछ भेज दीजिए और प्रेस में जारी कर दीजिए।