उत्तराखंड हाईकोर्ट के जस्टिस आलोक सिंह के इलाहाबाद हाईकोर्ट में तबादले की सिफारिश

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उत्तराखंड हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति आलोक सिंह के इलाहाबाद हाईकोर्ट में तबादले की सिफारिश की है। कॉलेजियम ने इसके अलावा कर्नाटक हाईकोर्ट के जज, जस्टिस एसएन सत्यनारायण को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट भेजने की भी सिफारिश की है।


जस्टिस आलोक सिंह का जन्म 28 अप्रैल 1959 को रुड़की में हुआ था। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा रुड़की में प्राप्त की और एमएस कॉलेज सहारनपुर से विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने कानून की पढ़ाई कर 1982 में डिस्ट्रिक्ट कोर्ट रुड़की में प्रैक्टिस शुरू की। इस अवधि के दौरान वह यूपी राज्य बिजली बोर्ड, यूपी अवास विकास परिषद, ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी नेशनल इंश्योरेंस कंपनी, नगर पालिका मंगलौर, नगर पालिका रुड़की के पैनल में रहे।

उत्तराखंड राज्य निर्माण के बाद वह नैनीताल में वकालत करने लगे। जस्टिस सिंह ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ  इंडिया, उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लि., उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड, भारतीय खाद्य निगम, उत्तराखंड वक्फ बोड, बीसीसीआई आदि के पैनल में भी रहे। उन्हें 12 अक्तूबर 2009 को उत्तराखंड उच्च न्यायालय में जज के रूप में पदोन्नत किया गया था।

इसके बाद 21 दिसंबर 2009 को उन्हें पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय चंडीगढ़ के स्थायी न्यायाधीश के रूप में स्थानांतरित किया गया। बाद में झारखंड तबादला होने पर 13 जून 2012 को उन्होंने झारखंड उच्च न्यायालय, रांची के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। 26 फ रवरी 2013 को उन्होंने उत्तराखंड हाईकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में कार्य प्रारंभ किया।